ERASMO SHALLKYTTON

O POETA É O SENHOR DE TODAS AS EXALTAÇÕES HUMANAS

Textos


 

पीड़ा के आँसू

 

मुझे नहीं पता कि तुम कैसे पहुंचे

इसने मुझे आपकी अनुपस्थिति पर प्रतिबिंबित किया

मेरे रूमाल में थूकना

सभी दुलार भाग गए

कला के काम में मैंने बनाया

मैंने निराशा का न्याय नहीं किया

चमकदार मार्ग से

बस वह मार्ग जो मुझे पसंद था।

 

दृष्टि में सब कुछ धुंधला हो गया

यहाँ तक कि मेरा दिल भी

वापसी के बिना प्रस्थान में चोट लगी

यह मेरा भ्रामक आकर्षण था

दर्द का बोझ उठाती है

यह कभी मोह नहीं था

आपके चेहरे पर आंसुओं के साथ

मैं तेरी व्यथा की राह पर रोया।

 

 

 

ERASMO SHALLKYTTON
Enviado por ERASMO SHALLKYTTON em 15/12/2022
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